अपनी मां का हाथ अपने हाथों में लेकर स्वाति ने गर्व से बोला " दादी मानो तो बहू भी अपनी ह अपनी मां का हाथ अपने हाथों में लेकर स्वाति ने गर्व से बोला " दादी मानो तो बहू भी...
हमें यह जानने की जरूरत है कि हमारा दोस्त कौन है और दुश्मन कौन है? हमें यह जानने की जरूरत है कि हमारा दोस्त कौन है और दुश्मन कौन है?
और रश्मि वह तो मगन अपने अनरोमांटिक पति के साथ बाइक की सवारी का आनंद ले रही थी। और रश्मि वह तो मगन अपने अनरोमांटिक पति के साथ बाइक की सवारी का आनंद ले रही थी।
विरामगति...उसके लिए निर्धारित किया था ईश्वर ने उसके लिए.... विरामगति...उसके लिए निर्धारित किया था ईश्वर ने उसके लिए....
यह सब सोच कर मीरा उठी और ललिता जी के लिए दवाइयाँ लेने चली गई। यह सब सोच कर मीरा उठी और ललिता जी के लिए दवाइयाँ लेने चली गई।
और मेरे चहरे पर उसकी बात सुन मुस्कान छा गई। और मेरे चहरे पर उसकी बात सुन मुस्कान छा गई।